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अमीर नही, मजदूरों को पहनी पड़ती थी जींस पैंट, बड़ा ही रोचक है जींस का इतिहास

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अमीर नही, मजदूरों को पहनी पड़ती थी जींस पैंट, बड़ा ही रोचक है जींस का इतिहास

जींस एक ऐसा कपड़ा है जिसे किसी परिचय की जरूरत नहीं है। बच्चे हो या बड़े, लड़की हो या लड़का हर किसी की पहली पसंद होती है एक बेहतरीन जींस। दुनियाभर में तमाम कंपनियां जींस बनाती हैं। देखने में सख्त, पहनने में आरामदायक और बहुत ही मजबूत धागों से बनी जींस के फैब्रिक को देखकर क्या कभी आपके दिमाग में आया है कि सबसे पहले जींस बनाने का ख्याल किसके दिमाग में आया होगा। तो चलिए जानें सबकी पसंदीदा जींस का इतिहास क्या है और किसने जींस को बनाया था।

सबसे मशहूर और लोगों की पसंदीदा नीली जींस जिसमें दो पॉकेट लगे होते है और जिसे डेनिम के नाम से जाना जाता है उसे सबसे पहले मजदूरों के लिए बनाया गया था। सन 1873 में जैकब डेविस, एक टेलर और लिवाए स्ट्रॉस, जो सैन फ्रांसिस्कों में एक थोक कपड़ों का विक्रेता था, उन दोनों ने मिलकर बनाया था।

मजदूर वर्ग के कपड़े जल्दी फट जाते थे ऐसे में उन्हें ऐसे मजबूत कपड़े की जरूरत थी जो बेहद मजबूत हों और जल्दी फटें नहीं। मजदूरों की जरूरतों को ध्यान में रखकर लिवाए ने एक मजबूत कपड़े को बनाया।

मजेदार बात ये हैं कि लिवाइस कंपनी के मालिक लिवाए ने कभी इस जींस को नहीं पहना। क्योंकि ये जींस मजदूर वर्ग क लिए बनीं थी। लिवाए हमेशा कोट और पैंट में रहना पसंद करते थे।

सबसे पहले महिलाओं के लिए जींस 1934 में आई। नीले रंग की इस जींस को निकालने के साथ ही पोस्टर के जरिए इसका प्रचार भी किया गया। महिलाओं की इस जींस में जिप आगे की तरफ रखा गया। जिसे बहुत सारे पुरुषों ने खारिज कर दिया। यहां तक कि इसे लेकर लोगों दो खेमे में बंट गए। कुछ का कहना था कि ये जींस की डिजाइन ठीक नही है। हालांकि इन सबके बावजूद लिवाइस कंपनी ने महिलाओं की इस जींस को बनाना जारी रखा। बाद में ये डिजाइन इतनी लोकप्रिय हो गई कि इसे पैंट में रखा जाने लगा।

जींस को बनाने के लिए नील का इस्तेमाल किया जाता है। लिवाइस ब्रांड की जींस आज भी युवाओं के बीच खासा लोकप्रिय है। इस ब्रांड का लोगो और रेड टैब लिवाइस की पहचान है। शुरूआत में जींस के पीछे की तरफ लगा कंपनी का लोगो पैच लेदर का होता था। हालांकि बाद में जींस की कीमत कम करने के वजह से इसे दूसरी चीजों का बनाया जाने लगा।