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8वीं पास इस लड़के ने महज 10 साल की उम्र में खड़ी कर दी करोड़ो की कंपनी, जानिए इतनी कम उम्र में कैसे हासिल की इतनी बड़ा कामयाबी

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8वीं पास इस लड़के ने महज 10 साल की उम्र में खड़ी कर दी करोड़ो की कंपनी, जानिए इतनी कम उम्र में कैसे हासिल की इतनी बड़ा कामयाबी

Success Story of Tanish Mittal: कहते हैं न, "सफलता किसी उम्र की मोहताज नहीं होती" इस लाइन को चरितार्थ किया है जलांधर (Jalandhar) की मिडिल क्लास फ़ैमिली से ताल्लुक रखने वाला 10 वर्षीय तनिश मित्तल (Tanish Mittal) ने। इन्होंने 10 साल की कम उम्र में हीं अपने मेहनत और लगन के बदौलत अपनी खुद की कंपनी खड़ी कर दी।

तो आइए जानते हैं, इस प्रतिभाशील बच्चे से जुड़ी सभी जानकारियां:-

जिस उम्र में बच्चे अपने क्लास के मॉनिटर बनने पर खुद को गर्व महसूस करते हैं, उस उम्र में तनिश (Tanish Mittal) ने Innowebs Tech के CEO बनकर समाज में एक मिशाल कायम किया है। जिस उम्र बच्चे खिलौनों से खेलकर खुद को खुश करते हैं, उस उम्र में तनिश ने कम्प्यूटर की सारी स्किल्स सीखकर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया।

कंप्यूटर से था बेहद लगाव


8वीं पास इस लड़के ने महज 10 साल की उम्र में खड़ी कर दी करोड़ो की कंपनी, जानिए इतनी कम उम्र में कैसे हासिल की इतनी बड़ा कामयाबी


तनिश को कम्प्यूटर के अलावें किसी भी सब्जेक्ट से ज्यादा लगाव नहीं था। घरवालों ने बहुत कोशिश किया कि वे दूसरे भी सब्जेक्ट पर ध्यान दे लेकिन उनकी तमाम कोशिशों के नाकाम रही। कंप्यूटर से उन्हे इतना लगाव हो गया था कि वे दूसरे सब्जेक्ट के किताब को खोलकर देखना भी पसंद नहीं करते थे।

बता दें कि, उन्होंने 8वीं क्लास में पढ़ने के दौरान हीं कंप्यूटर की सारी स्किल्स (सॉफ्टवेयर पर काम करना, एनिमेशन, वेब डिजाइन, टेक सिक्योरिटी और एथिकल हैकिंग) सीखने में कामयाबी हासिल कर ली। जैसा मानों कि, उन्होंने कम्प्यूटर की दुनिया को ही उसने अपनी दुनिया बना लिया हो। फिर 10 साल की उम्र में इस बच्चे ने अपनी खुद की कंपनी खड़ी कर दी।


8वीं पास इस लड़के ने महज 10 साल की उम्र में खड़ी कर दी करोड़ो की कंपनी, जानिए इतनी कम उम्र में कैसे हासिल की इतनी बड़ा कामयाबी


पिता से मिली कंप्यूटर चलाने की प्रेरणा

तनिश के पापा नितिन बताते हैं कि, तनिश का जन्म 7 नवंबर 2005 को हुआ था। वह शुरू से हीं नॉर्मल बच्चों से बर्ताव करता था।

बता दें कि, तनिश के पिता कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएट थे और वे जब भी कंप्यूटर पर काम किया करते थे तो तनिश उनको बड़ी ध्यान से देखता था। पिता को रोजाना कंप्यूटर पर काम करते देख तनिश को भी धीरे-धीरे लगाव कंप्यूटर से होने लगा। तनिश के पिता ने अपने बेटे का कंप्यूटर में दिलचस्पी देखा तो उन्होंने उसे महज़ 6 साल की उम्र में कम्प्यूटर का बेसिक पाठ पढ़ा दिया। अब वे कीबोर्ड को हीं खिलौना समझकर दिन-रात उसपर अपनी उंगलियां चलाने लगा।

9 साल के उम्र में हुई इंटरनेट की समझ

तनिश, जब 9 साल का था, तो उसे इंटरनेट की अच्छी-ख़ासी समझ हो गई। वो अपने घर पर ही इंटरनेट की मदद से एनीमेशन, ऑडियो, वीडियो एडिट, फोटोशॉप, एनीमेशन, और डिज़ाइन जैसे अनेक काम बखूबी करने लगा था।

8वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद छोड़ी स्कूल

तनिश के पिता नितिन बताते हैं कि, अपने बच्चे की प्रतिभा को दुनिया के सामने लाने के लिए उन्होंने उसका पूरा साथ दिया और उसके इंटरेस्ट की कदर की। यहां तक कि उन्होंने तनिश के स्कूल छोड़ने के फ़ैसले में भी अपनी सहमति दी ताकि वे अपने दिलचस्पी के अनुसार काम कर सके।

निजी संस्थान से प्रोफ़ेशनल डिप्लोमा की डिग्री पाने में हुए सफल

जब तनिश, खु़द को प्रोफ़ेशनल तरीके से तैयार करने के लिए कॉलेजों में एडमिशन लेने पहुंचे तो कोई भी संस्थान इस छोटे से बच्चे को अपने यहां एडमिशन देने को तैयार नहीं था। फिर जैसे-तैसे एक निजी संस्थान उनसे बात करने के लिए तैयार हुआ लेकिन वो भी तनिश की उम्र जानकर इंकार कर दिया था। मगर जब संस्थान ने तनिश का टेस्ट लिया तो पाया कि वो कोर्स का आधे से ज्यादा सिलेबस पहले से ही जानता था तनिश की प्रतिभा से प्रभावित होकर संस्थान ने उसे अपने यहां एडमिशन दे ही दिया और वो प्रोफ़ेशनल डिप्लोमा पाने में सफल रहे।

शुरू की खुद की कंपनी

तनिश (Tanish Mittal) ने अपने शहर के कई साइंस इवेंट्स में भाग लिया और जिससे उन्हें फायदा भी मिला। उसके अलावें लोगों ने उनके काम को भी खूब सराहा। आज तनिश अपनी मेहनत के बदौलत खुद की कंपनी चलाते हैं। उनकी कंपनी Web Development, Cloud Based Software Development, Animation, Visual Effects, और Cyber Security & Training जैसी सेवाएं दे रही है और धीरे-धीरे विकसित भी हो रही है।

बहुत सारे मंचों पर हुए सम्मानित

तनिश (Tanish Mittal) अपने लगन और मेहनत के बदौलत अलग-अलग मंचों पर कई बार सम्मानित किए जा चुके हैं। इसके अलावें स्किल डवलपमेंट कंपनी डियूसॉफ्ट ने भी एक सेमिनार के दौरान 'यंगस्ट आंत्रप्रेन्योर' के अवार्ड से सम्मानित किया था। वो 'पेज-3 एक्सीलेंस अवार्ड' जैसे कई बड़े सम्मानों से वो नवाजे जा चुके हैं।