मां की मौत के बाद पिता ने कर ली दूसरी शादी, नानी के घर रहकर की पढाई, जानिए स्टेट टॉपर श्रीजा की कहानी

Success Story of CBSE 10th Bihar Topper Sreeja: प्रतिभा कभी सुविधाओं की मोहताज नहीं होती है। इस कहावत को एक बार फिर सही साबित किया है, बिहार की बेटी श्रीजा ने। वैसे तो बिहार हमेशा अपनी असाधारण सफलता की कहानियों के लिए जाना जाता है। शुक्रवार, 22 जुलाई को सीबीएसई परिणाम 2022 की घोषणा के साथ, बिहार के इतिहास के पन्नों में एक और कहानी जुड़ गई है।
10वीं के परिणाम में 99.4% अंक किए हासिल
कक्षा 10वीं की छात्रा श्रीजा, जिसे पाच साल की उम्र में मां की मृत्यु के बाद पिता ने छोड़ दिया और उसे छोटी बहन के साथ ननिहाल जाने के लिए मजबूर होना पड़ा था। आज वही श्रीजा, सीबीएसई कक्षा 10वीं के परिणाम में 99.4% अंक हासिल करने के बाद बिहार की स्टेट टॉपर बनकर इतिहास रच चुकी है। टॉपर बनने के बाद से ही श्रीजा सुर्खियों में है।
सांसद वरूण गांधी ने की तारीफ
भाजपा सांसद वरूण गांधी ने भी सोशल मीडिया पर श्रीजा को बधई देते हुए लिखा, त्याग और समर्पण की अद्भुत दास्तां! मां का साया हटने पर पिता ने जिस बेटी का साथ छोड़ दिया उसने नाना-नानी के घर परिश्रम की पराकाष्ठा कर इतिहास रच दिया। गांधी ने लिखा कि बिटिया का 10वीं में 99.4 फीसदी अंक लाना बताता है कि प्रतिभा अवसरों की मोहताज नहीं है। उन्होंने लिखा कि मैं आपके किसी भी काम आ सकूं, मेरा सौभाग्य होगा।
पिता ने कर ली थी दूसरी शादी कर ली
जब से उसकी मां की मृत्यु हुई, उसके नाना-नानी और मामा ने उसकी देखभाल की। जबकि पिता ने दूसरी शादी कर ली और कभी उनसे संपर्क करने की भी कोशिश नहीं की। अब इस उपलब्धि के साथ, बिहार स्टेट टॉपर की पूरे भारत में सराहना हो रही है। उसकी सफलता इतनी बड़ी है कि पिता अपनी बेटियों से बात करने के लिए मजबूर और लालायित हो रहा है।
आईआईटी, मद्रास से पढ़ने की चाहत
मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में श्रीजा की नानी ने कहा, आज हम बहुत खुश हैं, क्योंकि मेरी पोती मशहूर हो गई है। अपना नाम रोशन कर लिया है। अब जब श्रीजा के पिता ने यह खबर सुनी होगी तो उसको लगा होगा कि उसने बच्चों को छोड़कर कितना गलत किया था। श्रीजा होनहार है और आगे चलकर आईआईटी, मद्रास से पढ़ाई करना चाहती है। हम उसकी यह इच्छा भी पूरी करवाएंगे।