Success Story: जब DM के ड्राइवर का बेटा भी बन गया एसडीएम

Govt Vacancy, कल्याण सिंह मौर्य की कहानी: जब सफलता मिलती है तो फिर खुल जाते हैं सारे रास्ते. आज हम आपको एक ऐसी ही कहानी बताने जा रहे हैं जो एक एसडीएम की है लेकिन उसमें पूरा परिवार शामिल है क्योंकि बेटे ने एसडीएम बनकर जो सफलता हासिल की है उससे उन माता-पिता को दूर नहीं रखा जा सकता है.
हम बात कर रहे हैं डीएम के ड्राइवर और एसडीएम के ड्राइवर के बेटे की. कल्याण सिंह यूपीपीसीएस की परीक्षा पास कर एसडीएम बने। कल्याण सिंह के पिता जवाहर लाल मौर्य उत्तर प्रदेश के बहराइच के जिलाधिकारी के ड्राइवर हैं। कल्याण सिंह यूपी पीसीएस में 40वीं रैंक हासिल कर एसडीएम बने हैं। इतना ही नहीं कल्याण सिंह ने डीएम बनने के लिए यूपीएससी की परीक्षा दी थी, लेकिन इसमें वे 5 अंक से चूक गए थे. अगर कल्याण सिंह को यूपीएससी में 5 अंक और मिलते तो वह एक वरिष्ठ अधिकारी बन जाते।
यूपीपीसीएस का रिजल्ट आने के वक्त वह एनटीपीसी सोलापुर महाराष्ट्र में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। शिक्षा की बात करें तो कल्याण सिंह की प्रारंभिक शिक्षा बहराइच के नानपारा से हुई. वहीं 12वीं तक की पढ़ाई बहराइच के सेवेंथ डे एडवेंटिस्ट कॉलेज से की है. इसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए बीएससी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया। वहां से उन्होंने केमिस्ट्री में एमएससी किया और फिर आईआईटी दिल्ली में एडमिशन लिया।
बेटे की सफलता पर पिता भावुक हो गए और कहा कि अगर आज वे जीवित होते तो सबसे ज्यादा खुश होते। पिता के रिटायरमेंट से ठीक पहले बेटे ने पीसीएस की परीक्षा पास की। ऐसे में बेटे ने पीसीएस की परीक्षा पास कर अपने पिता का सपना पूरा किया।