Success Story: पहले IPS फिर बनी IAS, पढ़ें एक ASI मां की बेटी की सफ़लता और मेहनत की कहानी

Govt Vacancy, IAS पूजा गुप्ता UPSC Success Story: कुछ करना है तो राह खुद-ब-खुद मिल जाती है। कड़ी मेहनत से जीवन में हर मुकाम हासिल किया जा सकता है। पूजा गुप्ता इसका जीता जागता उदाहरण हैं, जिन्होंने यूपीएससी में पहले ही प्रयास में आईपीएस में सेलेक्शन हासिल कर लिया और अब आईएएस बनकर अपने परिवार का नाम रौशन किया है.
आईएएस पूजा गुप्ता
एएसआई मां की बेटी आईपीएस बनीं
पूजा गुप्ता की मां रेखा गुप्ता दिल्ली पुलिस में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। वहीं, उनके पिता प्राइवेट जॉब करते हैं। 12वीं के बाद पूजा ने मेडिसिन की पढ़ाई शुरू की। लेकिन उनके दिल में हमेशा यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने का इरादा था। वह अपनी मां से बहुत प्रेरित थीं। यही कारण है कि वह मेडिकल के साथ-साथ सिविल सर्विसेज की तैयारी करती रहीं।
पूजा ने न सिर्फ यूपीएससी क्लियर करने का सपना देखा, बल्कि उसे साकार करने के लिए कड़ी मेहनत भी की।
ऑनलाइन यूपीएससी तैयारी
अपनी तैयारी की रणनीति के बारे में बताते हुए पूजा ने कहा कि शुरुआत में उन्होंने पढ़ाई के माध्यम के रूप में इंटरनेट का इस्तेमाल किया। यूट्यूब पर टॉपर्स की बातचीत से उन्हें अपनी तैयारी के लिए एक चार्ट बनाने में मदद मिली।
इसके साथ ही वह एनसीईआरटी और अखबारों के जरिए सामान्य ज्ञान और करेंट अफेयर्स की तैयारी करती थीं। उन्होंने पीआईबी और पीआरएस जैसी कुछ सरकारी वेबसाइटों पर भी लगातार नजर रखी और वहां से काम के नोट्स बनाए।
आईएएस पूजा गुप्ता यूपीएससी सक्सेस स्टोरी
वैकल्पिक विषय में पूजा को ज्यादा परेशानी नहीं हुई। नृविज्ञान एक ऐसा विषय है जो उन्हें बहुत पसंद है। उन्होंने इसे यूपीएससी के वैकल्पिक विषय के रूप में चुना।
पूजा के परिवार ने मेडिसिन की पढ़ाई के साथ-साथ सिविल सर्विसेज की तैयारी के दौरान उनका काफी साथ दिया। उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा 2018 में अपने पहले प्रयास में एआईआर 147 रैंक हासिल की।
आईपीएस के बाद पूरा हुआ आईएएस बनने का सपना
पूजा ने उस सपने को साकार किया था, जो भारत के अधिकतर युवाओं का सपना होता है। लेकिन उनका सपना अभी पूरा होना बाकी था। पूजा बचपन से ही आईएएस बनना चाहती थीं। इसलिए उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी।
उनकी दिन-रात की मेहनत बेकार नहीं गई। पूजा सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करती रहीं और यूपीएससी 2020 में उन्होंने 42वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनने का सपना पूरा किया।