Success Story: जिद, जज्बा और जुनून के साथ कड़ी मेहनत से सिपाही विमल कुमार बना सेना में लेफ्टिनेंट

Govt Vacancy, अपने लक्ष्य को पाने के लिये सही दिशा में अगर इंसान पूरी मेहनत के साथ कदम बढ़ाए तो उस लक्ष्य को एक न एक दिन जरूर हासिल कर लेता है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है आगरा के छत्ते थाने में तैनात 23 साल के कॉन्स्टेबल विमल कुमार ने. हाल ही में सीडीएस (CDS) का रिजल्ट जारी हुआ है. मुजफ्फरनगर जिले के फुगाना क्षेत्र के गांव करौदा के रहने वाले कॉन्स्टेबल विमल कुमार ने CDS का फाइनल एग्जाम पास कर लिया है. उन्होंने ऑल इंडिया 65वीं रैंक हासिल की है और लेफ्टिनेंट बने हैं. घर परिवार में खुशी का माहौल है. आगरा के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने भी उनकी तारीफ की है और पीठ थपथपाई है.
पिता के सपने को किया विमल ने पूरा
23 साल के विमल कुमार ने शुरू से आर्मी में जाकर देश की सेवा करने का अपना लक्ष्य बनाया था. उनके पिता धर्मेंद्र कुमार भी भारतीय सेना में थे और नायक के पद से रिटायर हुए हैं. पिता को देखते हुए विमल कुमार बड़े हुए हैं. उन्हीं की तरह अपने शरीर पर आर्मी की वर्दी पहनना चाहते थे. उसी शौक को लेकर उन्होंने खूब मेहनत भी की . मेरठ के आर्मी पब्लिक स्कूल से 12वीं पास करने के बाद चौधरी चरण सिंह डिग्री कॉलेज से 2020 में BA की पढ़ाई पूरी की. बीच में पुलिस की भर्ती निकली और 2021 में वह कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात हुए. पुलिस की नौकरी के साथ-साथ उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी. कई बार निराशा भी हाथ लगी, लेकिन तीसरे प्रयास में विमल कुमार ने सीडीएस की परीक्षा क्लियर कर अब वह लेफ्टिनेंट बन गए हैं.
छोटे भाई ने दिखाई राह
विमल कुमार कहते हैं कि जब भी वह निराश या हताश होते थे तो उनके छोटे भाई उनकी मदद करते थे. एक बार की बात है जब वह लगातार एग्जाम में फेल होते जा रहे थे. असफल होते देख उनके छोटे भाई ने उन्हें एक बात कही जो उनके दिल को छू गई. उनके छोटे भाई ने कहा कि “अगर क्रिया को छोड़कर चिंतन में पड़ोगे तो काल पलट कर तुमको डसेगा” इसलिए अपने कर्म पर ध्यान दो. यही बात आगे की सफलता की राह बनी. उसके बाद उन्होंने पूरे मन से ड्यूटी के साथ-साथ सीडीएस एग्जाम की तैयारी की और तीसरी बार में सीडीएस का एग्जाम क्लियर कर लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित हुए.
विभाग ने दिया भरपूर साथ
विमल कुमार बताते हैं कि पुलिस की नौकरी से भी उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला. लेकिन उनका सपना तो भारतीय सेना में जाकर देश की सेवा करना था. पुलिस की नौकरी भी बेहद कठिन होती है. वह पुलिस की नौकरी के साथ-साथ पढ़ाई को समय देते थे. उनकी सफलता में उनके साथ के सहयोगी, कर्मचारी, थाने के एसएचओ का पूरा सहयोग रहा. लेफ्टिनेंट बनने के बाद में विमल कुमार ने अपने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और सहयोगी को धन्यवाद दिया. सभी साथियों ने विमल कुमार को बधाई दी और भविष्य की शुभकामनाएं दीं. थाने में भी खुशी का माहौल है खुद आगरा के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने उन्हें अपने पास बुला कर बधाई दी.
लक्ष्य को हासिल कर के ही ले दम
अंत में युवाओं को मैसेज देते हुए विमल कुमार बोले कि जो आपने शुरुआत से लक्ष्य बनाया है,उस पर अड़िग रहें. उसे हासिल करने के लिये अंत तक प्रयास करते रहना चाहिए, चाहे परिस्थिति आपकी कैसी भी हो. कई बार हताशा और निराशा घेर लेगी. लेकिन असफलता के बाद ही सफलता मिलती है. इसलिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए.हार मान कर कभी ना बैठे.