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3 साल तक इंटरव्यू क्लियर न होने से नहीं मिली नौकरी, फिर किया ऐसा की 1नहीं, 2 नहीं मिली 5 नौकरी

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Success story

मेहनत करने वालों को ईश्वर भी निराश नहीं करते. कुछ ऐसी ही कहानी है हरियाणा के एक युवक की. वह युवक ग्रेजुएशन करने के बाद करीब तीन साल तक तमाम सरकारी नौकरियों का रिटेन टेस्ट निकालता रहा, लेकिन फाइनल मेरिट लिस्ट में उसका नाम नहीं आता था.

फिर भी हिम्मत नहीं हारी और अपने लक्ष्य को भेदने की कोशिश में लगा रहा. अंत में उसे एक-दो नहीं पांच-पांच सरकारी नौकरी का कॉल लेटर आया. साल दर साल वह एक सरकारी नौकरी छोड़ता और दूसरी ज्वाइन करता रहा.

यह कहानी है हरियाणा के सिरसा के गवर्नमेंट नेशनल कॉलेज से 2018 में बीएससी (B.Sc) करने वाले युवक सुरेंदर गोदारा की. ग्रेजुएशन करने के बाद सुरेंदर सरकारी नौकरी की तैयारी में जुट जाते हैं. पहली बार सुरेंदर फरवरी 2019 में सीडीएस का एग्जाम देते हैं और रिटेन टेस्ट में पास कर जाते हैं. लेकिन वह एसएसबी क्लियर नहीं कर पाते. इसके बाद वह लगातार तमाम सरकारी नौकरियों की परीक्षा देते रहते हैं. वह एसएससी सीजीएल 2018 के लिए टायर-1, टायर-2, टायर-3 और टायर-4 की परीक्षा क्लियर कर लेते हैं, लेकिन फिर फाइनल मेरिट लिस्ट में उनका नाम नहीं आता है.

सुरेंदर फिर 2018 में एसएससी सीएचएसएल का सभी चरण पास कर जाते हैं लेकिन एक बार फिर फाइनल मेरिट लिस्ट में उनका नाम नहीं आता है. वह दो बार सीडीएस रिटेन टेस्ट पास करते हैं. दो बार एसएफसीएटी (AFCAT) भी क्लियर करते हैं लेकिन कभी भी एसएसबी क्लियर नहीं कर पाते हैं. सुरेंदर फिर एसएससी सीपीओ 2019 की प्रारंभिक परीक्षा बहुत अच्छे नंबर से पास करते हैं. लेकिन किसी कारणवश वह फिजिकल टेस्ट में शामिल नहीं हो पाते हैं.

सफलता के इतने करीब पहुंचने के बाद भी सुरेंदर उम्मीद नहीं हारते और बेहतर करने की चाह में और अधिक मेहनत करते हैं. फिर क्या था. उनकी मेहनत के आगे ईश्वर को भी झुकना पड़ा.

पहली सरकारी नौकरी

6 मार्च 2021 को एसएससी एमटीएस 2019 का अंतिम रिजल्ट आता है और वह सेलेक्ट कर लिए जाते हैं. उनको पहली नौकरी नागरिक उड्डयन मंत्रालय में मिलती है. वह अक्टूबर 2021 में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ज्वाइन करते हैं.

दूसरी सरकारी नौकरी

सुरेंदर का नसीब खुल चुका है. डीजीसीए ज्वाइन किए चंद दिन ही हुए थे. तभी 17 अक्टूबर 2021 को एसबीआई जेए 2021 का फाइनल रिजल्ट आता है और उनका नाम फाइनल मेरिट लिस्ट में रहता है. उन्हें दूसरी सरकारी नौकरी मिल जाती है. वह 21 फरवरी 2022 को पंजाब में एसबीआई ज्वाइन कर लेते हैं.

तीसरी सरकारी नौकरी

सरेंदर बताते हैं कि वह इन दिन को कभी भूल नहीं सकते. दोपहर 2:30 का समय था. वह बैंक में लंच कर रहे थे. तभी उनके एक दोस्त का फोन आया. उसने ही बताया कि एसएससी सीजीएल-2019 का फाइनल रिजल्ट आ गया है. फिर उन्होंने अपना रॉल नंबर चेक किया और उनका नाम फाइनल मेरिट लिस्ट में था. उनका भारत सरकार के आयकर विभाग में चयन हो गया था. उन्होंने 27 अक्टूरब 2022 को दिल्ली में आयकर विभाग में ज्वाइन में कर लिया.

चौथी और पांचवी सरकारी नौकरी

एसबीआई में काम करते हुए सुरेंदर को चौथी और पांचवी सरकारी नौकरी मिली. एसएससी सीएचएसएल-2019 में चयनित हो गए. उनका ऑल इंडिया रैंक 271 था. फिर उनका चयन एसएससी सीपीओ 2020 में भी हो गया और वह सीआईएसएफ में सब-इंस्पेक्टर के लिए चयनित हुए.

इस तरह सुरेंदर को कुल पांच सरकारी नौकरी मिले. लेकिन, उन्होंने आयकर विभाग की नौकरी में ही बने रहने का फैसला किया. सुरेंदर ने अपनी कहानी कोरा (Quora) वेबसाइट पर शेयर की है. उनकी इस प्रेरणादायी स्टोरी को खूब पसंद किया जा रहा है. उन्होंने अंत में लिखा है- कभी उम्मीद मत छोड़िए… परिश्रम कीजिए और अपना लक्ष्य हासिल कीजिए.