HKRN: हरियाणा कौशल रोजगार निगम को लेकर बड़ी अपडेट, अब CM के अनुमोदन के बाद सीधे मिलेगी नौकरी

हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HRKN) की शुरुआत हरियाणा सरकार द्वारा बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गई थी। इस योजना के तहत गरीब बेरोजगार युवाओं को राज्य सरकार द्वारा अस्थाई नौकरी प्रदान की जाती है और उन्हें एक निश्चित वेतन भी दिया जाता है। हरियाणा सरकार ने एचकेआरएन के माध्यम से लगे कर्मचारियों के लिए बड़ा फैसला लिया है।
जरूरतमंद परिवारों को रोजगार दिया जाएगा
हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत अनुबंध के आधार पर रखे गए कर्मचारियों की मृत्यु के बाद, उनके आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति के मामले में प्रशासनिक विभागों द्वारा सीएम के अनुमोदन के बाद सीधे एचकेआरएन लिमिटेड को भेजा जाएगा। इसके लिए एचआर विभाग की सहमति लेने की जरूरत नहीं है। HKRN के तहत बहुत सारे गरीब ग्रामीण परिवार के सदस्यों को इस योजना से जोड़ा गया है।
योजना से सैकड़ों लोगों को जोड़ा गया
मुख्य सचिव संजीव कौशल ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा प्रदेश के सैकड़ों लोगों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) योजना से जोड़ा गया है. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि मानव संसाधन विभाग को विभिन्न विभागों से मृतक संविदा कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर रखने के संबंध में कई प्रश्न और मामले प्राप्त हो रहे थे। हरियाणा सरकार ने इन्हीं मामलों पर विचार करने के बाद ही यह अहम फैसला लिया है।
नौकरी की भूमिका में तैनात करने का अधिकार
इसके अलावा मुख्य सचिव ने बताया कि संविदा कार्मिकों की तैनाती नीति 2022 की धारा 12 के अनुसार जॉब रोल अनुबंध में उल्लिखित प्रत्येक कार्य को निगम द्वारा किसी भी कलैण्डर वर्ष के दौरान प्राप्त मांग के 10 प्रतिशत तक अनुकम्पा आधार पर रखा गया है। रोल में तैनात करने का अधिकार। एचकेआरएन लिमिटेड कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के अनुमोदन से प्रक्रिया तैयार करने में सक्षम है। इसके लिए उन्होंने सभी विभागों को आदेश जारी कर दिए हैं।