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खुशखबरीः हरियाणा में बनेगा फायर ट्रेनिंग सेंटर, बेरोजगार युवाओं को जल्द मिलेगा रोजगार

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fireman Traning
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने 'अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा' के अधिकारियों को राज्य की सभी हवाई पट्टियों पर 'फोम-टेंडर अग्निशमन वाहनों' की व्यवस्था करने का निर्देश दिया, ताकि हवाई जहाजों आदि के उतरने के दौरान कोई संभावित आग दुर्घटना न हो. होना उन्होंने प्रांत में समय-समय पर विभागीय कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं का प्रशिक्षण केंद्र खोलने और नया डिप्लोमा शुरू करने की संभावनाएं तलाशने का भी निर्देश दिया।

डिप्टी सीएम शुक्रवार को यहां 'अग्निशमन एवं आपात सेवा' विभागीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. इस मौके पर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन राज्य मंत्री अनूप धानक और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे. उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने 'अग्निशमन एवं आपात सेवा' विभाग का प्रभार संभालते ही पहली बैठक की अध्यक्षता की. विभाग की समीक्षा बैठक में उन्होंने विभागीय कार्यप्रणाली, संगठनात्मक ढाँचे तथा उपलब्ध स्टाफ एवं आवश्यकताओं के बारे में विस्तार से चर्चा की.


दुष्यंत चौटाला ने गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पंचकूला, रेवाड़ी, बहादुरगढ़, पानीपत आदि बड़े शहरों में 14 मंजिल से लेकर 80 मंजिल तक की बहुमंजिली इमारतों में आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए हाइड्रोलिक फायर टेंडर वाहनों को खरीदने का निर्देश दिया है. अभी तक बहुमंजिली इमारतों में आग लगने पर आग बुझाने के लिए दिल्ली राज्य या एयरपोर्ट जैसी संस्थाओं से वाहन बुलाने पड़ते थे. लेकिन हाइड्रोलिक फायर टेंडर वाहनों की खरीद के बाद राज्य के लोगों को आग से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद मिलेगी.

डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को बताया गया कि अभी तक मानेसर में 'अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं' का एक मात्र प्रशिक्षण केंद्र है, जिस पर दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अत्याधुनिक 'अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं' यहां स्थापित की जाएं. राज्य में एक उचित स्थान प्रशिक्षण केंद्र खोलने की प्रक्रिया शुरू करें ताकि कर्मचारियों को नए उपकरणों से लैस किया जा सके। उन्होंने इस केंद्र में 'फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज' से संबंधित डिप्लोमा शुरू करने की संभावनाएं तलाशने को भी कहा ताकि प्रदेश के युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर निजी संस्थानों में भी रोजगार प्राप्त कर सकें।

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे राज्य के सभी भीड़भाड़ वाले आग से प्रभावित स्थानों जैसे मॉल, थिएटर, संस्थान और अन्य बड़ी और ऊंची इमारतों में अग्नि सुरक्षा उपकरणों का निरीक्षण कर किसी भी आकस्मिक आग की घटना को रोकने के लिए जा सकते हैं और लोगों को बचा सकते हैं। जीवन और धन की हानि से। उन्होंने अधिकारियों को एसओपी बनाने के निर्देश दिए ताकि आग लगने की सूचना मिलने पर अग्निशमन वाहन व उपकरण जगह व दूरी के अनुसार भेजे जाएं, इससे आग से होने वाले अधिक नुकसान से बचा जा सकेगा.