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प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना एवं मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के राशन की होगी जांच

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Govt Vacancy, शासकीय उचित मूल्य दुकानों की राशन वितरण प्रणाली में गड़बड़ी हुई है। उसके कारण राशन दुकानों के आवंटन में अंतर है। इनकी जांच के लिए ब्लॉक और जिला स्तर पर एक टीम गठित की गई है। उन्होंने स्टोर रिकॉर्ड और स्टॉक दस्तावेजों का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया है।

टीकमगढ़। शासकीय उचित मूल्य दुकानों की राशन वितरण प्रणाली में गड़बड़ी हुई है। उसके कारण राशन दुकानों के आवंटन में अंतर है। इनकी जांच के लिए ब्लॉक और जिला स्तर पर एक टीम गठित की गई है। उन्होंने स्टोर रिकॉर्ड और स्टॉक दस्तावेजों का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया है। दुकानों में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पीओएस मशीन से राशन वितरण किया जा रहा है। राशन लेने वाले का आधार नंबर लिंक कर पीओएस मशीन पर अंगूठे का निशान लेकर राशन दिया जा रहा है। इसके बावजूद मशीन का स्टॉक बढ़ा है। जिससे हर महीने आवंटन में कटौती की जा रही है। वेंडर्स द्वारा बताया जा रहा है कि जो भी पीओएस मशीन है उसमें आवंटन स्टॉक बना हुआ है। कोरोना काल में इसका ऑफलाइन वितरण किया गया। जिससे प्रत्येक दुकान की मशीनों में स्टॉक अधिक दिखाई दे रहा है। सरकार ने बढ़े हुए स्टॉक की जांच के लिए हर ब्लॉक स्तर पर एक जांच दल का गठन किया है.
2019 से 2022 के आवंटन की जांच की जाएगी

Officers appointed for investigation at block level

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना एवं मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के अन्तर्गत गरीबों को गेहूँ, चावल, शक्कर, दाल, बाजरा, ज्वार, चना एवं नमक वितरण हेतु उचित मूल्य की दुकानें दी गयीं। शासन की ओर से उसकी जांच के निर्देश दिए गए थे। उसके बाद कलेक्टर ने जिला स्तर के साथ ही प्रखंड स्तर पर भी जांच दल नियुक्त किया है.
342 दुकानों के लिए अधिकारी नियुक्त

टीकमगढ़ में 97, बलदेवगढ़ में 79, पलेरा में 71 और जतारा में 93 दुकानों की जांच के लिए अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, खाद्य निरीक्षक सहित अन्य अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए गए हैं। वे प्रत्येक राशन दुकान के रिकॉर्ड, स्टॉक सहित अन्य दस्तावेजों का भौतिक सत्यापन करेंगे। जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।